दुमका (झारखंड): छठ महापर्व की तैयारियों के बीच शनिवार को उपायुक्त अभिजीत सिन्हा के निरीक्षण के दौरान बड़ा विवाद सामने आया। निरीक्षण के दौरान एसडीओ कौशल कुमार और बड़ा बांध छठ पूजा समिति के सदस्यों के बीच हुई तकरार के बाद समिति ने पूरे आयोजन से खुद को अलग करने का निर्णय लिया है।
उपायुक्त सिन्हा ने शनिवार को खूटबांध, बड़ा बांध, रसिकपुर और दुधानी बड़ा बांध तालाब सहित विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया। उनके साथ प्रशिक्षु आईएएस नाजिस उमर अंसारी, एसपी पीतांबर सिंह खेरवार, नगर परिषद प्रशासक शीतांशु खालको, एसी राजीव कुमार, सीओ अमर कुमार और एसडीपीओ मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान घाटों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधाओं की समीक्षा की गई।
लेकिन इसी दौरान एसडीओ की कथित अभद्र भाषा और उग्र व्यवहार के चलते माहौल बिगड़ गया। समिति ने इसे अपमानजनक बताते हुए उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा और कहा कि अब पूजा की सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन संभाले।
🙏 कमेटी का बयान — “हम श्रद्धालुओं के साथ रहेंगे, लेकिन आयोजन नहीं करेंगे”
बड़ा बांध छठ पूजा समिति के सचिव राम मंडल ने कहा कि प्रशासनिक धमकी के बाद समिति ने सर्वसम्मति से आयोजन से अलग होने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा, “हम छठ व्रतियों की सुविधा के लिए मौजूद रहेंगे, लेकिन इस बार आयोजन की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।”
समिति के सदस्य प्रेम केशरी ने कहा कि इस तरह के शब्दों का प्रयोग नहीं होना चाहिए और प्रशासन को जल्द ही स्थिति सामान्य करने की पहल करनी चाहिए।
💬 ‘उठवा लेंगे’ शब्द बना विवाद की जड़
सूत्रों के अनुसार, बड़ा बांध छठ घाट पर निरीक्षण के दौरान एसडीओ कौशल कुमार और समिति सदस्यों के बीच बहस तब बढ़ गई जब एसडीओ ने कथित तौर पर कहा कि “उठवा लेंगे।”
समिति के संरक्षक महेश राम चंद्रवंशी ने प्रेस वार्ता में कहा कि यह शब्द “धमकी” की तरह इस्तेमाल हुआ और इससे समिति के सदस्य आहत हुए। उन्होंने बताया कि कमेटी को नगर परिषद द्वारा लगाई गई बेरीकेटिंग पर आपत्ति थी क्योंकि वह गहरे पानी में लगाई गई थी, जहां डूबने का खतरा है। इस पर डीसी ने निरीक्षण के दौरान बेरीकेटिंग आगे कराने का निर्देश दिया था।
🗣️ एसडीओ का स्पष्टीकरण — “गलत मतलब निकाला गया”
एसडीओ कौशल कुमार ने विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा,
“मैंने ‘उठवा लेने’ की बात केवल घाट पर पड़े अनुपयोगी बांस बल्ला और सामान के लिए कही थी, न कि किसी व्यक्ति के लिए।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन हर साल छठ व्रतियों और पूजा समितियों के साथ मिलकर काम करता है और इस बार भी सभी के सहयोग से पर्व का आयोजन सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से किया जाएगा।
⚠️ प्रशासन की अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और छठ पूजा को शांति, श्रद्धा और सामंजस्य के साथ मनाएं। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव कदम उठा रहा है ताकि सभी लोग सुरक्षित और स्वच्छ माहौल में पर्व मना सकें।

